आरोह भाग -1 अवतार सिंह पाश (निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए )
प्रश्न 1:कवि के किस आशय से मेहनत की लूट, पुलिस की मार, गद्दारी-लोभ को सबसे खतरनाक नहीं माना?
उत्तर : कवि के अनुसार मेहनत की लूट, पुलिस की मार, गद्दारी-लोभ सबसे अधिक खतरनाक नहीं है। इनको करते समय मनुष्य में प्रतिरोध की क्षमता विद्यमान रहती है। यदि मनुष्य प्रयास करे, तो इन सभी बुरी बातों को सुधार सकता है। अतः जहाँ बदलाव संभव है, उसे सबसे खतरनाक नहीं समझा जा सकता है। उसके अनुसार इससे भी अधिक खतरनाक बातें यहाँ विद्यमान है।
प्रश्न 2:सबसे खतरनाक शब्द के बार-बार दोहराए जाने से कविता में क्या असर पैदा हुआ ?
उत्तर : ‘सबसे खतरनाक’ शब्दों को बार-बार दोहराए जाने से कविता तथा इसके कथ्य पर बहुत प्रभाव पड़ता है। इस तरह वह ‘खतरनाक’ तथा ‘सबसे खतरनाक’ के मध्य उत्पन्न अंतर को समझ पाते हैं। इस तरह कविता अधिक प्रभावशाली बन जाती है।
प्रश्न 3:कवि ने कविता में कई बातों को बुरा है न कहकर बुरा तो है कहा है। तो के प्रयोग से कथन की भंगिमा में क्या बदलाव आया है, स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : ‘तो’ शब्द ने कथन की भंगिमा में बहुत बदलाव किया है। ‘तो’ शब्द का प्रयोग करके कवि ने बुरेपन की हद को कम कर दिया है। यह बुरा है और बुरा तो है में तुलना करने में लाभकारी सिद्ध हुआ है।
प्रश्न 4:मुर्दा शांति से भर जाना और हमारे सपनों का मर जाना – इनको सबसे खतरनाक माना गया है। आपकी दृष्टि में इन बातों में परस्पर क्या संगति है और ये क्यों सबसे खतरनाक है?
उत्तर : मुर्दा शांति से भर जाना ऐसी स्थिति होती है, जब हम किसी भी बात पर मौन धारण कर लेते हैं। तब हम गलत बात पर कुछ नहीं कहते हैं। सब अंधेर अपनी आँखों से होता देखते हैं, जो कि सही नहीं है। इस प्रकार के लोग सही नहीं होते हैं। तभी कवि ने ऐसी स्थिति को खतरनाक माना है। हमारे सपनों का मर जाना यह स्थिति भी खतरनाक है। जब व्यक्ति के सपने मर जाते हैं, तो इसका अभिप्राय है कि जीवन में वह लक्ष्य विहिन हो गया है। जो है, उसी से उसने समझौता कर लिया है। वह संघर्ष के डर से चुप हो जाता है। अतः दोनों ही बातों में संगति है क्योंकि दोनों ही स्थिति जीवन की धारा को रोक देती है।
प्रश्न 5:सबसे खतरनाक वह घड़ी होती है/आपकी कलाई पर चलती हुई भी जो/आपकी निगाह में रुकी होती है। इन पंक्तियों में घड़ी शब्द की व्यंजना से अवगत कराइए।
उत्तर : इन पंक्तियों मे घड़ी की व्यंजना देकर सबसे खतरनाक समय की ओर संकेत किया गया है। यह खतरनाक समय बढ़ने का नाम नहीं लेता है, बस रुक जाता है। मनुष्य द्वारा अपने सुनहरे भविष्य के लिए प्रयास करने के स्थान पर चुप हो जाने को ही कवि ने रुकी घड़ी कहा है।
प्रश्न 6:वह चाँद सबसे खतरनाक क्यों होता है, जो हर हत्याकांड के बाद/अपनी आँखों को मिर्चों की तरह नहीं गड़ता है?
उत्तर : जिस व्यक्ति ने किसी हत्याकांड को अंजाम दिया है, वह व्यक्ति हमारी आँखों को तकलीफ देना चाहिए। हमें उसे सबक सिखाने की ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए। ऐसी स्थिति में हम अपनी ज़िम्मेदारी से मुँह फेर लेते हैं और तटस्थ नीति अपना लेते हैं। हमें वह हत्यारा बुरा नहीं लगता है। जो व्यक्ति ये सब होते हुए देखता रहता है और चुप रहता ऐसे व्यक्तियों को ही कवि ने चाँद की संज्ञा देकर खतरनाक बताया है। उनके कारण ही हत्या करने वाले लोग खुले घुमते हैं और उसे हौसला देते हैं।
प्रश्न 7:कवि ने मेहनत की लूट सबसे खतरनाक नहीं होती से कविता का आरंभ करके फिर इसी से अंत क्यों किया होगा?
उत्तर : कवि ने ऐसा इसलिए किया है क्योंकि एक मेहनती व्यक्ति का कितना भी फायदा उठाया जाए, उसे कोई फर्क नहीं पड़ता है। मेहनत करने वाला व्यक्ति इससे नहीं डरता है। एक स्थान पर नहीं तो दूसरे स्थान पर उसे उसकी मेहनताना का असली हक मिल जाता है। मगर समाज में इससे भी बढ़कर बातें हैं, जो खतरनाक हैं। अतः कवि इस पंक्ति से कविता आरंभ करता है और इसी से अंत करता है। इस तरह कवि ज़ोर देता है कि इससे भी अधिक खतरनाक बातें हैं।
प्रश्न 8:कवि द्वारा उल्लिखित बातों के अतिरिक्त समाज में अन्य किन बातों को आप खतरनाक मानते हैं?
उत्तर : कवि द्वारा उल्लिखित बातों के अतिरिक्त समाज में अन्य बातें हैं, जिसे हम खतरनाक मानते हैं-
(क) सामाजिक भ्रष्टाचार
(ख) राजनीति भ्रष्टाचार
(ग) धार्मिक भ्रष्टाचार
(घ) लालच
प्रश्न 9:समाज में मौजूद खतरनाक बातों को समाप्त करने के लिए आपके क्या सुझाव हैं?
उत्तर : समाज में मौजूद खतरनाक बातों को समाप्त करने के लिए कानून व्यवस्था को कठोर बनाना पड़ेगा। कानून के ललीचेपन के कारण ही आम जनता डरी रहती है। कानून तोड़ने वाले लोग इसका गलत फायदा उठाते हैं और आम जनता को चुप होने पर मजबूर कर देते हैं। हमें संवेदनशीलता से काम लेना पड़ेगा।