गुब्बारे पर चीता
Exercise : Solution of Questions on page Number : 21
प्रश्न 1: (क) हेडमास्टर साहब ने बच्चों को सरकस में जाने से क्यों मना किया होगा?
(ख) सरकस के बारे में कौन-कौन सी अफ़वाहें फैली हुई थीं?
(ग) बलदेव सरकस में जाकर निराश क्यों हो गया?
(घ) बलदेव और चीता दोनों गुब्बारे पर ऊपर उठते जा रहे थे। फिर भी चीते ने बलदेव को कोई नुकसान क्यों नहीं पहुँचाया?
(ङ) कहानी के इस वाक्य पर ध्यान दो-
“इतने में उसे एक बड़ा भारी गुब्बारा दिखाई दिया” तुम्हें क्या लगता है कि गुब्बारा भारी होता है? लेखक ने उसे भारी क्यों कहा है?
उत्तर :
(क) हेडमास्टर साहब जानते होगें कि यह स्थान बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं है। वहाँ बहुत प्रकार के जंगली जानवर होते हैं। कौन-सा जानवर कब क्या कर दे कोई नहीं जानता। बच्चों की सुरक्षा के बारे में सोचकर ही हेडमास्टर साहब ने जाने से मना किया होगा।
(ख) सर्कसवालों ने यह अफ़वाह उड़ाई थी कि बकरी और शेर एक ही बर्तन में पानी पिएँगे, हाथी पैरगाड़ी को चलाएगा, तोता बंदूक चलाएगा और वनमानुष बाबू के समान बैठेगा इत्यादि।
(ग) बलदेव ने सोचा था कि सभी जानवर बहुत भयानक होगें और उनके करतबों को देखने में बड़ा आनंद आएगा। परन्तु वहाँ जाकर उसने देखा कि शेर, बाघ भालू बहुत दुर्बल थे। ढ़ग से देखभाल न होने के कारण वे अपने असली रुप को खो चूके थे। कुत्ते की तो एक टाँग ही नहीं थी। उन्हें देखकर वह मायूस हो गया था। उनके द्वारा अच्छे करतब दिखाए जाने की उम्मीद समाप्त हो गई।
(घ) चीता स्वयं अपने प्राणों को संकट में जानकर घबरा गया। वह अपना सारा चीतापन भूल गया था। भय के कारण वह बलदेव को नुकसान नहीं पहुँचा पाया।
(ङ) लेखक ने गुब्बारे के विशाल आकार के कारण उसे बड़ा भारी गुब्बारा कहा है। बड़ा शब्द गुब्बारे की विशालता को बताने के लिए काफी नहीं था। उसने बड़ा के साथ भारी शब्द लगाकर उसकी विशालता को बहुत अच्छी तरह से बताने का प्रयास किया है ताकि पढ़ने वाले गुब्बारे के आकार का अंदाज़ा लगा सकें।
प्रश्न 1: (क) गुब्बारे में से हवा निकलने पर वह नीचे क्यों आने लगता है?
(ख) स्कूल में तुम्हें क्या-क्या करने के लिए अनुमति लेनी पड़ती है?
(ग) क्या तुमने अपने आस-पास के जानवरों की दुर्दशा देखी है? उसके बारे में बताओ।
(घ) सरकस में जानवरों के करतब दिखाए जाते हैं। उनके प्रति क्रूरता बरती जाती है। क्या ऐसे सरकस को मनोरंजन का साधन माना जा सकता है? सरकस को स्वस्थ मनोरंजन का साधन बनाने के लिए क्या किया जाना चाहिए?
उत्तर :
(क) गुब्बारे को ऊपर उड़ाने के लिए उसमें गरम हवा भरी जाती है। गरम हवा हल्की होती है। अत: गुब्बारा इसके कारण ऊपर उठने लगता है। जैसे-जैसे गुब्बारे में से हवा निकलने लगती है। गरम हवा का प्रभाव समाप्त होने लगता है। गुब्बारा भारी होने लगता है और गुरुत्वाकर्षण के कारण वह नीचे गिर जाता है।
(ख)
1. स्कूल से बाहर जाने की अनुमति लेनी पड़ती है।
2. किसी मित्र को बुलाने की अनुमति लेनी पड़ती है।
3. बाहर से कुछ मंगवाने की अनुमति लेनी पड़ती है।
4. देर से आने की अनुमति लेनी पड़ती है।
5. अवकाश में जाने की अनुमति लेनी पड़ती है।
6. पानी पीने जाने के लिए अनुमति लेनी पड़ती है।
(ग) मैंने चिड़ियाघर में जानवरों की दुर्दशा देखी है। उन्हें एक छोटे-से स्थान पर रखा जाता है। वहाँ उन्हें सही प्रकार का वातावरण नहीं मिलता है, जिसके कारण वे दुर्बल हो जाते हैं। पानी की सफ़ाई कई-कई दिनों तक नहीं होती जिसके कारण वे कई प्रकार की बीमारियों से भी ग्रस्त होते हैं।
(घ) जिस सरकस में जानवरों के प्रति क्रूरता बरती जाती है, वह मनोरंजन के साधन नहीं माना जा सकता है। उस पर लगाम लगाना आवश्यक है। जानवरों को भी मनुष्य के समान जीने का अधिकार प्राप्त होना चाहिए। जानवरों के साथ, अच्छा व्यवहार किया जाना चाहिए। सरकस में ऐसे करतबों को स्थान दें, जिनमें जानवरों का प्रयोग ही नहीं किया जाए। यदि जानवरों को दिखाना बहुत आवश्यक है, तो उनसे ऐसे करतब करवाएँ जाएँ जिनमें उन्हें शारीरिक कष्ट न के बराबर हो। ऐसा करके हम सरकस को स्वस्थ मनोरंजन का साधन बना सकते हैं।
Exercise : Solution of Questions on page Number : 22
प्रश्न 1: (क) तुम्हारे स्कूल से भागने के कौन-कौन से बुरे परिणाम हो सकते हैं?
(ख) किसी चीज़ के प्रचार के लिए विज्ञापन का इस्तेमाल क्यों किया जाता है?
(ग) तुम भी सड़क सुरक्षा, प्रदूषण और शिक्षा के बारे में विज्ञापन बनाकर अपने मित्र को दिखाओ तथा पूछो कि उसे तुम्हारा विज्ञापन पसंद आया या नहीं। कारण भी पूछो।
उत्तर :
(क)
(1) स्कूल से निकाला जा सकता है।
(2) अध्यापकों की नज़रों में गिर सकते हैं।
(3) पढ़ाई से मन हट सकता है।
(4) माता-पिता के क्रोध का सामना करना पड़ सकता है।
(5) इसके लिए कठिन सज़ा भी मिल सकती है।
(6) बुरे लोगों के हाथ लग सकते हैं।
(7) बुरे लोगों द्वारा अपंग बनाया जा सकता है।
(8) किसी के द्वारा मारा भी जा सकता है।
(ख) विज्ञापन आज प्रचार का सबसे प्रभावशाली, माध्यम है। विज्ञापन के माध्यम से लोगों को उत्पाद के विषय में जानकारी दी जाती है। इसके माध्यम से लोगों से सीधा संपर्क स्थापित किया जाता है।
(ग) इस प्रश्न का उत्तर विद्यार्थी स्वयं करें।
प्रश्न 1: नीचे लिखे वाक्य पढ़ो। उनमें इस्तेमाल हुए मुहावरों को अपने ढंग से इस्तेमाल करके कुछ और वाक्य बनाओ।
(क) बलदेव के तो होश उड़े हुए थे।
(ख) बलदेव के दिल में जो बात बैठ जाती; उसे पूरा करके ही छोड़ता।
(ग) वह इतना डरा कि उसके हाथ-पाँव फूल गए।
(घ) ऐसा लगा जैसे किसी ने चीते का खून चूस लिया हो।
(ङ) बलदेव का दिल काँप उठा।
उत्तर :
(क) चोरों को घर में देखकर नेहा के होश उड़ गए।
(ख) मन में यदि गलत बात बैठ जाती है, तो सरलता से निकलती नहीं है।
(ग) बैग से पैसे गायब देख माँ के हाथ-पाँव फूल गए।
(घ) मालिक तो काम करवा-करवाकर मेरा खून चूस लिया है।
(ङ) भईया की बीमारी का नाम सुनकर मेरा दिल काँप उठा।
प्रश्न 1:
अजीब-अजीब | हिसाब-किताब |
धीरे-धीरे | जब-तब |
अभी-अभी | खेल-तमाशा |
ज्यों-ज्यों | भूख-प्यास |
चूर-चूर | हड्डी-पसली |
उत्तर : विद्यार्थियों को इन्हें स्वयं पढ़कर समझने का प्रयास करना है। इसके लिए माता-पिता या दादा-दादी की सहायता ली जा सकती है।