गीत
Exercise : Solution of Questions on page Number : 85
प्रश्न 1: (क) कवि फूलों, गीतों और विद्या की खेती क्यों करना चाहता है?
(ख) इसी जन्म में, इस जीवन में,
हमको तुमको मान मिलेगा।
इसमें किसे मान मिलने की बात कही गई है?
(ग) कविता की कुछ पंक्तियाँ छाँटकर लिखो जिनसे पता लगता है कि कवि को इस बात पर पूरा भरोसा है कि एक दिन सबको मान मिलेगा।
(घ) कविता में कवि बार-बार मान मिलने की बात करता है। मान मिलने से हमारे-तुम्हारे जीवन में क्या बदलाव आएगा?
उत्तर :
(क) कविता में कवि फूलों, गीतों और विद्या की खेती करने की बात करता है। कवि के अनुसार फूल प्रेम का प्रतीक है। फूलों की खेती से उसका तात्पर्य प्रेम का प्रसार करना है। इससे लोगों में सद्भावना और भाईचारे का विकास होगा। गीतों की खेती से कवि का तात्पर्य है कि वह इनके माध्यम से जन-जन को जागृत करेगा। उसके इस प्रयास में पूरा अपना भारत सहयोग देगा। विद्या की खेती से उसका तात्पर्य विद्या का प्रचार-प्रसार करना है। इस तरह वह भारत के गाँव-गाँव, गली-गली में शिक्षा को बढ़ावा देगा और उपेक्षित लोगों के जीवन को नया भविष्य देगा।
(ख) इसमें कवि ने गरीब और उपेक्षित वर्ग को मान मिलने की बात कही है। अशिक्षा के कारण वे समाज द्वारा दया, घृणा और उपेक्षा का व्यवहार झेलते हैं। शिक्षा उनके जीवन में नया आरंभ करेगी। उसके बाद उनके जीवन में दया, घृणा और उपेक्षा का स्थान नहीं होगा।
(ग) इन पंक्तियों को पढ़कर पता चलता है कि कवि को पूरा भरोसा है कि एक दिन सबको मान मिलेगा-
(1) इस जीवन में,
हमको तुमको मान मिलगा।
(घ) मान मिलने पर समाज द्वारा स्वीकार कर लिया जाएगा। लोग दया की दृष्टि से नहीं देखेंगे। लोगों में उनके प्रति घृणा का भाव नहीं होगा। वे उपेक्षित नहीं कहे जाएँगे। उनका विकास होगा। ये बदलाव उनके जीवन को बदलकर रख देगें।
प्रश्न 1: नीचे कविता में से कुछ पंक्तियाँ दी गई हैं। बताओ, इन पंक्तियों का क्या अर्थ हो सकता है?
(क) दीप बुझे हैं जिन आँखों के,
उन आँखों को ज्ञान मिलेगा।
(ख) क्लेश जहाँ है, फूल खिलेगा।
(ग) हमको तुमको प्रान मिलेगा।
उत्तर :
(क) भारत में बहुत बड़ी जनसंख्या अशिक्षित है। अशिक्षा के कारण भुखमरी तथा गरीबी चारों और व्याप्त है। कवि इसी ओर संकेत करते हुए कहता है कि समाज में जो लोग अशिक्षित हैं उन्हें शीघ्र ही शिक्षा का अधिकार प्राप्त होगा। अशिक्षित लोग सदैव समाज द्वारा उपेक्षा का शिकार होते हैं। शिक्षा प्राप्त करके वे शिक्षित हो जाएँगे और उन्हें भी समाज में आदर-सम्मान से देखा जाएगा।
(ख) लोग अशिक्षा के कारण दूसरे के हाथों की कठपुतली बन जाते हैं। कुछ स्वार्थी लोग धर्म के नाम पर उन्हें आपस में लड़वा देते हैं। शिक्षा उनके विचारों में परिवर्तन लाएगी और तब धार्मिक और जातिए झगड़े समाप्त हो जाएँगे। वहाँ अमन और प्रेम के फूल खिल जाएँगे।
(ग) हमें और तुम्हें शिक्षा के माध्यम से नया जीवनदान मिलेगा अर्थात् अभी तक हम और तुम गरीबी का जीवन जी रहे थे। इसके बाद हमें भी उपेक्षित समाज में सम्मान और अधिकार मिलेगा। ये सब बातें नवजीवन से कम नहीं होगी।
प्रश्न 1:
(क) तुम्हें अपने आस-पास यदि लगे कि किसी को सचमुच में आज भी मान-सम्मान नहीं मिला है ओर उसको तुम मान-सम्मान दिलाना चाहते हो तो उनके नामों की सूची बनाओ।
(ख) अपनी सूची में से किसी एक के बारे में बताओ कि उसे मान-सम्मान कैसे मिल सकता है?
उत्तर :
(क)
(1) हमारी कामवाली
(2) खेल तमाशा दिखाने वाला
(3) कूड़ा उठाने वाला
(4) गुब्बारे बेचने वाला
(5) हमारा चौकीदार
(ख) हमारी कामवाली दूसरों के घर में काम करती है इसलिए उसे सम्मान की दृष्टि से नहीं देखा जाता है। सब उससे डरते हैं कि कहीं काम छोड़कर चली गई तो काम कौन करेगा। परन्तु सम्मान की दृष्टि से कोई नहीं देखता। मैं चाहता हूँ कि लोग उसे सम्मान की दृष्टि से देखें। इसलिए मैं चाहूँगा कि वह पढ़े-लिखे। यदि वह पढ़ेगी तो अपने बच्चों को भी बेहतर भविष्य दे पाएगी। इसलिए मैं उसे पढ़ने के लिए प्रेरित करूँगा।
Exercise : Solution of Questions on page Number : 86
प्रश्न 1: अनुमान, अपमान
ये शब्द ‘मान’ शब्द में ‘अनु’ और ‘अप’ उपसर्ग लगाकर बनाए गए हैं। इसी प्रकार तुम भी ‘मान’ शब्द में कुछ दूसरे उपसर्ग लगाकर नए शब्द बनाओ।
उत्तर :
(1) सम् + मान = सम्मान
(2) वि + मान = विमान
(3) अभि + मान = अभिमान
(4) प्रति + मान = प्रतिमान
(5) सा + मान = सामान
प्रश्न 1:
(क) लक्की……….की तरह गरजता है।
(ख) सलमा……….की तरह दौड़ती है।
(ग) मेघाश्री की आवाज़……….की तरह मीठी है।
(घ) मनीष के कान……….की तरह तेज़ है।
उत्तर :
(क) लक्की शेर की तरह गरजता है।
(ख) सलमा चीते की तरह दौड़ती है।
(ग) मेघाश्री की आवाज़ कोयल की तरह मीठी है।
(घ) मनीष के कान कुत्ते की तरह तेज़ है।