अन्याय के खिलाफ (कहानी)
Exercise : Solution of Questions on page Number : 90
प्रश्न 1: (क) आंध्र के घने जंगलों में रहने वाले आदिवासियों के बीच अपना हक जमाने के लिए अंग्रेज़ों ने क्या किया?
(ख) श्री राम राजू कौन था? उसने अंग्रेज़ों के सामने आत्मसमर्पण क्यों किया?
(ग) अंग्रेज़ों से लड़ने के लिए कोया आदिवासी क्या-क्या करते थे?
कोया आदिवासियों के विद्रोह को स्वतंत्रता संग्राम क्यों कहना चाहिए?
उत्तर : (क) आंध्र के घने जंगलों में रहने वाले आदिवासियों पर अंग्रेज़ों ने हुक्म जमाने के लिए कहा कि दो दिनों में जंगल में सड़क बनाने का काम शुरू होगा। सब को पहुँचना है, जो नहीं पहुँचेगा तो ठीक नहीं होगा। “उन्होंने पूछा इसके बदले क्या मिलेगा तो अंग्रेज़ों का जवाब था नौकर का काम हुक्म बजाना है। आगे सवाल मत करना।” इस तरह से वह अपना हुक्म चलाते थे।
(ख) श्रीराम राजू हाई स्कूल पास 18 वर्ष में साधू बन गए थे। वह उन जंगलों में रहने आए और आदिवासियों से घुल-मिल गए। आदिवासियों का दुख देखकर उन्होंने अंग्रेज़ों के खिलाफ़ विद्रोह शुरू कर दिया और आदिवासी भी दिल खोलकर उसमें शामिल हुए। परन्तु दो वर्ष तक कठिनाइयों का सामना करते रहने पर आदिवासी परास्त हो चुके थे। राजू ने सोचा यदि मैं आत्म समर्पण कर दूँ तो अंग्रेज़ इन्हें तंग करना बंद कर देंगे। यही सोचकर उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया।
(ग) अंग्रेज़ों से लड़ने के लिए कोया आदिवासी संकरी पगडंडियों के आसपास जंगलों में छिपे रहते थे। उन पगडंडियों से जब अंग्रेज़ी सेना गुजरती थी, तो वह उनमें से भारतीयों सेना के लोगों को जाने देते थे और जैसे ही अंग्रेज़ी सारजेन्ट या कैप्टन आ रहा होता था, तो उसे मार देते थे। पुलिस चौकियों या सेना पर हमला कर देते थे और अस्त्र-शस्त्र लूट कर भाग जाते थे।
यह लड़ाई अंग्रेज़ों के अत्याचारों के विरूद्ध थी। वे अंग्रेज़ी राज्य को हटाना चाहते थे इसलिए इसे स्वतंत्रता संग्राम भी कह सकते हैं।
प्रश्न 2: “भारत के लोगों को अंग्रेज़ सरकार का सहयोग नहीं करना चाहिए और उनका काम बंद कर देना चाहिए। अगर कोई अंग्रेज़ अन्याय करेगा तो हम अन्याय सहने से इंकार करेंगे।”
ऊपर श्रीराम राजू द्वारा आदिवासियों से गाँधी जी की कही हुई बात का उल्लेख हुआ है। गाँधी जी ने स्वतंत्रता संग्राम के लिए बहुत सारी बातें कही थी। यह सब तुम्हें गाँधी जी पर लिखी गई किताबों, फ़िल्मों और अन्य जगहों पर मिल सकता है। तुम उनकी कही हुई बातों में जो बहुत महत्वपूर्ण समझो उसको अपने साथियों को बताओ।
उत्तर : गांधीजी द्वारा बोले गई कई महत्वपूर्ण बातें इस प्रकार हैं-
1. वह राजनीति निष्प्राण कि जिसमें धर्म नहीं और धर्म हीन शासन से जन कल्याण नहीं।
2. मुट्ठीभर संकल्पवान लोग, जिनकी अपने लक्ष्य में दृढ़ आस्था है, इतिहास की धारा को बदल सकते हैं।
3. बहुमत का शासन जब ज़ोर-जबरदस्ती का शासन हो जाए, तो वह उतना ही असहनीय हो जाता है जितना कि नौकरशाही का शासन।
प्रश्न 3:
तुमने इस पाठ में भारत की आज़ादी के लिए संघर्ष करने वाले दो व्यक्तियों के नामों को जाना। एक गाँधी जी और दूसरा श्रीराम राजू। पता करो कि भारत की आज़ादी के लिए संघर्ष करने वालों में तुम्हारे प्रदेश से कौन-कौन व्यक्ति थे। उनमें से किसी एक के बारे में कक्षा में चर्चा करो।
उत्तर : बहादुरशाह जफ़र, अरूणा आसफ अली, जवाहर लाल नेहरू, झाँसी की रानी महारानी लक्षमीबाई, शहीद भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद आदि देशभक्तों ने भारत की आज़ादी के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रश्न 4: (i)”दो दिन में जंगल में सड़क बनाने का काम शुरू होगा। तुम सब लोगों को इस काम पर पहुँचना है। अगर नहीं पहुँचे तो ठीक नहीं होगा।”
(ii)”काम करेंगे तो बदले में क्या मिलेगा।”
ऊपर के कथनों में पहला कथन तहसीलदार बेस्टीयन का है जो आदिवासियों के गाँवों मे जाकर चिल्ला-चिल्लाकर बोला था और दूसरा कथन आदिवासियों में से किसी का है जो तहसीलदार से पूछना चाहा था। अब तुम सोचकर बताओ कि–
(क) तुम्हारे विचार से बेस्टियन का कथन ठीक होगा?
(ख) आदिवासियों में से किसी के द्वारा कहा गया वह कथन कैसा है? तुम्हारे विचार से क्या ठीक होगा?
(संकेत :-तुम अपनी पसंद के कथन को अपने ढंग से लिख सकते हो)
उत्तर : (क) नहीं, हमारे विचार से बेस्टियन का कथन जबरदस्ती करने जैसा होगा।
(ख) यह कथन बिल्कुल सही था। काम के बदल मेहनताना मिलना ज़रूरी होता है। वरना मेहनत करता रहे और खाने को कुछ न मिले तो वह कैसे काम करेगा।
Exercise : Solution of Questions on page Number : 91
प्रश्न 5: (i) सड़क बनाने में किन-किन सामानों की ज़रूरत होती है? पता करके लिखो।
(ii) इन प्रदेशों में कौन-कौन से आदिवासी रहते हैं? पता करके लिखो?
(क) झारखंड
(ख) छत्तीसगढ़
(ग) उड़ीसा
(घ) मिजोरम
(ङ) अंडमान निकोबार द्वीप समूह
उत्तर : (i) सड़क बनाने में रोड़ी, डाबर, चूना, सीमेन्ट, रेता, फावड़ा, कुदाल, परात, रोड रोलर आदि की आवश्यकता पड़ती है।
(ii) (क) झारखंड- मुंडा, हो, संथाल
(ख) छत्तीसगढ़- मुरिया, हाल्बा, भतरा
(ग) उड़ीसा- कुटिया कोंध, जुंगा
(घ) मिजोरम- रियांग, मीज़ो
(ङ) अंडमान निकोबार द्वीप समूह- ओंज निकोबारी, जरावा
प्रश्न 6: (क) राजू हाई स्कूल तक पढ़ाई करने के बाद जंगलों मे रहने क्यों आया होगा?
(ख) राजू के शहीद होने का आदिवासियों के आंदोलन पर क्या असर हुआ होगा?
उत्तर : (क) उसका मन संसार में फैले भ्रष्टाचार से दुखी हो गया होगा इसलिए वह साधू बन गया होगा। वह समाज से दूर हो गया होगा। साथ ही अंग्रेज़ों के प्रति उसके मन में विद्रोह था। वह जंगल में आ गया। भाग्य से उसे वहाँ साथी मिल गए।
(ख) राजू के शहीद होने पर आदिवासियों का आन्दोलन टूट गया। वे हिम्मत हार कर अंग्रेज़ों की गुलामी करने लगे। परन्तु अंग्रेज़ भी उनसे डर गए थे और उनके साथ मनमानी नहीं कर सके।
प्रश्न 7: “लोगों की बंदूकों के कारतूस खत्म हो गए।”
ऊपर का यह वाक्य इसी पाठ का है जिसमें आदिवासियों के द्वारा बंदूकों व कारतूसों के प्रयोग का भी प्रमाण मिलता है। इस पाठ की खोज़बीन करो तो पाओगे कि आदिवासी “पुलिस चौकियों या सेना पर हमला कर देते थे और उनके अस्त्र-शस्त्र लूटकर भाग जाते थे।” अब तुम ज़रूर समझ गए होगे कि आदिवासियों ने बंदूकों व कारतूसों का प्रयोग कैसे किया। ‘कारतूसों’ ने सन् 1857 में स्वतंत्रता की चिंगारी को फैलाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। समूह बनाकर इसके बारे में खोज़बीन करो। कक्षा के प्रत्येक समूह में से एक प्रतिनिधि सबको अपनी खोज़बीन के बारे में बताएगा।
उत्तर : इस विषय पर सभी छात्र एकसाथ रहकर खोजबीन करें। यह भाग आपकी बौद्धिक क्षमता को बढ़ाने और परखने के उद्देश्य से रखा गया है। अत:इसका उत्तर आप स्वयं करें।
प्रश्न 8: नीचे लिखे वाक्यों में मुहावरों का प्रयोग किया गया है। इन्हीं मुहावरों का प्रयोग करते हुए तुम कुछ नए वाक्य बनाओ।
(क) एक सिपाही ने उसका काम तमाम कर दिया।
(ख) आदिवासियों की हिम्मत जवाब देने लगी।
(ग) अंग्रेज़ों ने अपने दांतों तले उँगली दबा ली।
(घ) किसी को कानो-कान खबर न हो।
(ङ) अंग्रेज़ सरकार के छक्के छूट गए।
(च) अंग्रेज़ों के होश उड़ गए।
(छ) भारतीय सैनिकों का बाल बाँका न होने पाए।
उत्तर :
(क) युद्ध में अनेकों गद्दारों का काम तमाम हो गया।
(ख) माँ की मृत्यु के बाद वह समाज से लड़ती रही परन्तु फिर उसकी हिम्मत जवाब देने लगी।
(ग) इतनी सुन्दर कढ़ाई देखकर सबने दाँतों तले उँगली दबा ली।
(घ) राम ने इतनी सफ़ाई से घर खाली कर दिया कि किसी को कानों-कान खबर न हुई।
(ङ) चोर की इतनी मार पीट हुई कि उसके छक्के छूट गए।
(च) जैसे ही मोहन ने सेठ जी को पैसे लेने आते देखा तो उसके होश उड़ गए।
(छ) देखो ज़रा सम्भाल कर काम करना काँच की चीज़ों का बाल भी बाँका न हो।
Exercise : Solution of Questions on page Number : 92
प्रश्न 9: आदिवासियों के साथ मन-मर्जी नहीं की जा सकती। उसके पास कई मन गेहूँ था।
ऊपर के पहले वाक्य में ‘मन’ का मतलब है –दिल, हृदय।
दूसरे वाक्य में ‘मन’ नाप-तौल का एक शब्द है। इस तरह मन के दो अर्थ हैं। ऐसे शब्दों को अनेकार्थक शब्द कहते हैं। नीचे दिए गए शब्दों को पढ़ो और वाक्य बनाओ।
सोना | सो जाना (नींद) स्वर्ण, एक धातु |
|
उत्तर |
एक दिशा जवाब |
|
हार | पराजय, हार जाना माला |
उत्तर :
सोना –सो जाना, नींद –वह अब गहरी नींद सोना चाहता है।
स्वर्ण –उसके पास स्वर्ण के आभूषण हैं।
उत्तर –एक दिशा –हिमालय उत्तर दिशा में है।
जवाब –तुम्हारा उत्तर सही है।
हार –पराजय –महाराणा प्रताप ने अकबर को पराजित किया।
माला –यह हार चमेली के फूलों का है।
प्रश्न 10: (क) सिपाही ने राजू पर गोली चलाई।
सिपाहियों ने ……………………………………..
(ख) उगी हुई फसल को जलाया जाने लगा।
…………………………………………………….
(ग) आदिवासी की हिम्मत जवाब दे गई।
…………………………………………………….
(घ) आगे से यह सवाल मत पूछना।
…………………………………………………….
उत्तर : (क) सिपाही ने राजू पर गोली चलाई।
सिपाहियों ने राजू पर गोलियाँ चलाई।
(ख) उगी हुई फसल को जलाया जाने लगा
उगी हुई फसलों को जलाया जाने लगा।
(ग) आदिवासी की हिम्मत जवाब दे गई।
आदिवासियों की हिम्मत जवाब दे गई।
(घ) आगे से यह सवाल मत पूछना।
आगे से ये सवाल मत पूछना।
अथवा
आगे से इन सवालों को मत पूछना।
प्रश्न 11: भाववाचक संज्ञा से विशेषण बनाओ।
घमंड | घमंडी |
हिम्मत | ………………… |
साहस | ………………… |
स्वार्थ | ………………… |
अत्याचार | ………………… |
विद्रोह | ………………… |
उत्तर :
घमंड | घमंडी |
हिम्मत | हिम्मती |
साहस | साहसी |
स्वार्थ | स्वार्थी |
अत्याचार | अत्याचारी |
विद्रोह | विद्रोही |