NCERT Solutions for Class 8 Sanskrit Chapter 3 – भगवदज्जुकम् (नकारान्तपुँल्लिङ्ग:)
Exercise : Solution of Questions on Page Number : 20
प्रश्न 1:
अधोलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तराणि एकपदेन लिखत-
(क) गणिकाया: नाम किम्?
(ख) परिव्राजकस्य शिष्य: क: आसीत्?
(ग) यमदूत: गणिकाया: जीवं कस्य शरीरे निदधति?
(घ) परहितनिरता के भवन्तु?
उत्तर 1:
(क) वसन्तसेना।
(ख) शाण्डिल्य:।
(ग) परिव्राजकस्य।
(घ) भूतगणा:।
प्रश्न 2:
सन्धिविच्छेदं कुरुत-
यथा – तत्रैव | तत्र + एव |
भगवन्नयम् | …..+…. |
श्वासश्च | …..+…. |
खल्वकृतज्ञा: | …..+…. |
सप्तैता: | …..+…. |
करोतीति | …..+…. |
उत्तर 2:
यथा – तत्रैव | तत्र + एव |
भगवन्नयम् | भगवन् + अयम्। |
श्वासश्च | श्वास: + च। |
खल्वकृतज्ञा: | खलु + अकृतज्ञा:। |
सप्तैता: | सप्त + ऐता:। |
करोतीति | करोति + इति। |
प्रश्न 3:
उदाहरणानुसारं अव्ययपदानि चिनुत-
यथा | राधा अपि नृत्यति। | अपि |
(क) | त्वं कदा गृहं गमिष्यसि। | – |
(ख) | अधुना क: समय:। | – |
(ग) | महात्मागान्धी सदा सत्यं वदति स्म। | – |
(घ) | अहं श्व: विद्यालयं गमिष्यामि। | – |
(ङ)
|
इदानीं त्वं श्लोकं पठ। | – |
उत्तर 3:
यथा | राधा अपि नृत्यति। | अपि |
(क) | त्वं कदा गृहं गमिष्यसि। | कदा |
(ख) | अधुना क: समय:। | अधुना |
(ग) | महात्मागान्धी सदा सत्यं वदति स्म। | सदा |
(घ) | अहं श्व: विद्यालयं गमिष्यामि। | श्व: |
(ङ)
|
इदानीं त्वं श्लोकं पठ। | इदानीं |
Exercise : Solution of Questions on page Number : 21
प्रश्न 4:
अधोलिखितानि कथनानि क:/का कं/कां प्रति कथयाति?
क:/का | कं/कां प्रति | |
(क) मूर्ख वैद्य! अलं परिश्रमेण। | …….. | …….. |
(ख) कुत्र कुत्र रामिलक:। | …….. | …….. |
(ग) विषवेगा: शतम्। | …….. | …….. |
(घ) गुलिका: मया आनीता:। | …….. | …….. |
(ङ) इदम् उदकम्। | …….. | …….. |
(च) अरे! प्रत्यागतप्राण: खलु भगवान्। | …….. | …….. |
उत्तर 4:
(क) मूर्ख वैद्य! अलं परिश्रमेण। | गणिका | वैद्यम् |
(ख) कुत्र कुत्र रामिलक:। | परिव्राजक: | रामिलकम् |
(ग) विषवेगा: शतम्। | वैद्य: | गणिकाम् |
(घ) गुलिका: मया आनीता:। | वैद्य: | चेटीम् |
(ङ) इदम् उदकम्। | चेटी | वैद्यम् |
(च) अरे! प्रत्यागतप्राण: खलु भगवान्। | शाण्डिल्य: | परिव्राजकम् |
प्रश्न 5:
विपरीतार्थका: शब्दा: लेखनीया:-
गुणा: | …… |
स्वीकार: | …… |
दक्षिणहस्त: | …… |
अनन्या | …… |
कृतज्ञ: | …… |
उत्तर 5:
गुणा: | दोषा: |
स्वीकार: | अस्वीकार: |
दक्षिणहस्त: | वामहस्त |
अनन्या | अन्य। |
कृतज्ञ: | कृतघ्न: |
प्रश्न 6:
अधोलिखितानि पदानि प्रयुज्य वाक्यानि रचयत-
गुलिका: | ………. |
कुठारिका | ………. |
क्षिप्रम् | ………. |
यत्न: | ………. |
लोके | ………. |
उत्तर 6:
गुलिका: | गुलिका: रोगं हरन्ति। |
कुठारिका | कुठारिका काष्ठं छिनति। |
क्षिप्रम् | कार्य क्षिप्रं करणीयम्। |
यत्न: | सततं यत्न: कर्त्तव्य:। |
लोके | लोके सदाचार: जयति। |
Exercise : Solution of Questions on page Number : 22
प्रश्न 7:
उदाहरणानुसारेण पदनिर्माणं कुरुत-
मूलशब्दा: | वचनम् | पदानि |
यथा- शिल्पिन् | प्रथमा-एकवचने | …… |
धनिन् | द्वितीया-एकवचने | …… |
ज्ञानिन् | तृतीया-एकवचने | …… |
महत्त्वाकांक्षिन् | द्वितीया-एकवचने | …… |
बहुभाषिन् | तृतीया-एकवचने | …… |
दण्डिन् | द्वितीया-एकवचने | …… |
उत्तर 7:
मूलशब्दा: | वचनम् | पदानि |
यथा- शिल्पिन् | प्रथमा-एकवचने | शिल्पी |
धनिन् | द्वितीया-एकवचने | धनिनम् |
ज्ञानिन् | तृतीया-एकवचने | ज्ञानिन। |
महत्त्वाकांक्षिन् | द्वितीया-एकवचने | महत्त्वाकांक्षिण: |
बहुभाषिन् | तृतीया-एकवचने | बहुभाषिभि: |
दण्डिन् | द्वितीया-एकवचने | दण्डिन: |