NCERT Solutions for Class 8 Sanskrit Chapter 10 – अशोकवनिका (सर्वनाम, तत्, एतत्-प्रयोग:)
Exercise : Solution of Questions on page Number : 70
प्रश्न 3:
श्लोकेषु रिक्तस्थानानि पूरयत-
(क) अशोक ——————– तु तस्यां वानर ——————–।
स ददर्शाविदूरस्थं ——————– प्रासादमूर्जितम्||
(ख) कर्णिकारै: किंशुकैश्च ——————–।
स देश: ——————– तेषां प्रदीप्त इव ——————–।
उत्तर 3:
(क) अशोक वनिकायां तु तस्यां वानर पुंगव:।
स ददर्शाविदूरस्थं चैत्य प्रासादमूर्जितम्||
(ख) कर्णिकारै: किंशुकैश्च कुसुमितै: सुपुष्पितै:।
स देश: प्रभया तेषां प्रदीप्त इव सर्वत:।
Exercise : Solution of Questions on page Number : 71
प्रश्न 4:
श्लोकांशान् योजयत-
क | ख |
नन्दनं विबुधोद्यानं | पुण्यगन्धं मनोहरम्। |
अनेकगन्धप्रवहं | प्रदीप्त इव सर्वत:। |
स देश: प्रभया तेषां | चित्रं चैत्ररथं यथा। |
पुंनागा: सप्तपर्णाश्च | रम्यं मृगगणद्विजै:। |
नानानिनादैरुद्यानं | चम्पकोद्दालकास्तथा। |
उत्तर 4:
क | ख |
नन्दनं विबुधोद्यानं | चित्रं चैत्ररथं यथा। |
अनेकगन्धप्रवहं | पुण्यगन्धं मनोहरम्। |
स देश: प्रभया तेषां | प्रदीप्त इव सर्वत:। |
पुंनागा: सप्तपर्णाश्च | चम्पकोद्दालकास्तथा। |
नानानिनादैरुद्यानं | रम्यं मृगगणद्विजै:। |
प्रश्न 5:
निर्देशानुसारं ‘तत्’ इति शब्दरूपै: रिक्तस्थानानि पूरयत-
विभिक्त: | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
(क) यथा- पुँल्लिङ्ग | प्रथमा | स: | ……… | ……… |
षष्ठी | तस्य | ……… | ……… | |
सप्तमी | ……… | ……… | तेषु | |
(ख) यथा- स्त्रीलिङ्गे | षष्ठी | ……… | तयो: | ……… |
द्वितीया | ताम् | ……… | ……… | |
तृतीया | ……… | ताभ्याम् | ……… | |
(ग) यथा नपुंसकलिङ्गे | प्रथमा | तत् | ……… | तानि |
द्वितीया | ……… | ……… | ……… | |
चतुर्थी | तस्मै | ……… | ……… |
उत्तर 5:
विभिक्त: | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
(क) यथा- पुँल्लिङ्ग | प्रथमा | स: | तौ | ते |
षष्ठी | तस्य | तयो: | तेषु | |
सप्तमी | तस्मिन् | तयो: | तेषु | |
(ख) यथा- स्त्रीलिङ्गे | षष्ठी | तस्या: | तयो: | तासाम् |
द्वितीया | ताम् | ते | ता: | |
तृतीया | तया | ताभ्याम् | ताभि: | |
(ग) यथा नपुंसकलिङ्गे | प्रथमा | तत् | ते | तानि |
द्वितीया | तत् | ते | तानि | |
चतुर्थी | तस्मै | ताभ्याम् | तेभ्य |
प्रश्न 6:
प्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत-
(क) पाठेऽस्मिन् देश: इति शब्दस्य कोऽर्थ:?
(ख) केषाञ्चित् पञ्च पुष्पाणां नामानि लिखत।
(ग) वानरपुंगव: किं ददर्श?
(घ) अत्र वानरपुङ्गव: क:?
(ङ) उद्यानम् कै: निनादै: रम्यम्?
उत्तर 6:
(क) पाठेऽस्मिन् देश: इति शब्दस्य स्थानम् अर्थ: अस्ति।
(ख) कर्णिकार:, पुंनागा, चम्पक, उद्दालका: किंशुकेश्च एतानि पञ्च पुष्पाणां नामानि सन्ति।
(ग) वानरपुंगव: चैत्यप्रासादम् ददर्श।
(घ) अत्र वानरपुङ्गव: हनुमान् अस्ति।
(ङ) उद्यानम् मृगगणद्विजै: निनादै: रम्यम्।
Exercise : Solution of Questions on page Number : 72
प्रश्न 7:
चक्रस्थपदानि प्रयुज्य वाक्यानि रचयत-
यथा-राम: सीतालक्ष्मणाभ्यां सह वनं गच्छति।
(क) राम:…………।
(ख)…………।
(ग)…………।
(घ)…………।
(ङ)…………।
(च)…………।
(छ)…………।
उत्तर 7:
(क) राम: सुग्रीवेण सह मैत्रीं स्थापयति।
(ख) राम: रावणं हन्ति।
(ग) राम: विभीषणं लंकराज! इति सम्बोधयति।
(घ) राम: भरताय पादुकै प्रयच्छति।
(ङ) राम: अयोध्याया: सिद्धाश्रम गच्छति।
(च) राम: हनुमति प्रसन्नोऽस्ति।
(छ) राम पित्रो: वन्दनं करोति।
Exercise : Solution of Questions on page Number : 73
प्रश्न 8:
मञ्जूषात: पदानि चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत-
एताम् एषा एते एतानि एष: एता:-
यथा-अध्ययने एष: बाल: अद्वितीय: अस्ति।
(क) ………… बाला विद्यालयात् गृहं गच्छति।
(ख) उद्याने ………… पुष्पाणि विकसितानि सन्ति।
(ग) पिता ………… लेखनीं मह्यम् आपणात् आनयत्।
(घ) अहम् ………… फले तुभ्यं ददामि।
(ङ) ………… बालिका: मधुराणि गीतानि गायन्ति।
उत्तर 8:
(क) एषा बाला विद्यालयात् गृहं गच्छति।
(ख) उद्याने एतानि पुष्पाणि विकसितानि सन्ति।
(ग) पिता एतां लेखनीं मह्यम् आपणात् आनयत्।
(घ) अहम् एते फले तुभ्यं ददामि।
(ङ) एता: बालिका: मधुराणि गीतानि गायन्ति।